पीएमओ ने अनिल सिंहल की याचिका पर लिया संज्ञान


           20 कैरेट स्वर्ण आभूषण होंगे हॉलमार्किंग में शामिल 


सुनहरा संसार - 


मुरैना। प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली ने सर्राफा कमेटी मुरैना के वरिष्ठ पदाधिकारी एंव जेपी ज्वैलर्स के संचालक अनिल सिंहल की याचिका पर संज्ञान लेते हुये उचित कार्यवाही के लिए संबंधित मंत्रालय की ओर भेजकर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने श्री सिंहल द्वारा  7 दिसंबर 2019 को पत्र लिखकर मांग की थी कि सरकार सोने की ज्वैलरी की हाॅलमार्किंग आवश्यक करने जा रही है, जिसका सर्राफा कमेटी मुरैना स्वागत करती है। इसके साथ ही पीएमओ से आग्रह करती है कि  इसमें 20 कैरेट के बने स्वर्ण आभूषणों को भी हाॅलमार्किंग के मानक में आवश्यक रुप से जोड़ा जाये। अपनी मांग के समर्थन में अनिल सिंहल ने प्रधानमंत्री कार्यालय को बताया कि वर्तमान में भारतीय मानक ब्यूरो ने 22,18 और 14 कैरट के स्वर्ण आभूषणों को ही हाॅलमार्किंग की इजाजत दे रखी है जो अपर्याप्त है। चूकि भारतीय सर्राफा बाजार में उपभोक्ताओं की पहली पंसद 20 कैरट स्वर्ण से बने आभूषण हैं, क्योंकि 20 कैरट स्वर्ण से बने आभूषण टिकाऊ, मजबूत व शरीर के लिए नुकसान दायक नहीं है! जबकि 18 व 14 कैरट के स्वर्ण आभूषण काफी हार्ड होते हैं जो केवल हीरा, अन्य रत्नों व जड़ाऊ के लिए होते हैं और 22 कैरट काफी सोफ्ट होते हैं जिन्हें 24 घण्टे पहनना सरल नहीं है! ऐसे में 20 कैरट के स्वर्ण आभूषण प्रत्येक भारतीय उपभोक्ता की पंसद बने हुये और यही वो कारण है कि इस कैरट के डिजाइनों की बाजार में भरमार है। यदि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 20 कैरट के स्वर्ण आभूषणों को भी हाॅलमार्किंग की इजाजत दी जाती है तो सरकार का यह कदम उपभोक्ता व स्वर्ण कारोबारियों के लिए काफी खुशनुमा और उमंगदायक होगा।   

श्री सिंहल द्वारा गत 7 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखी गई इस याचिका पर तत्काल कार्यवाही करते हुये प्रधानमंत्री कार्यालय ने उपभोक्ता मंत्रालय को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए, इस पर उपभोक्ता मामला मंत्रालय के अवर सचिव  एके पाण्डे ने श्री सिंहल को पत्र लिखकर सूचित किया है कि उनके 20 कैरट के स्वर्ण आभूषणों को हाॅलमार्किंग मानक में शामिल किये जाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दिये गये निर्देश को आवश्यक कार्यवाही हेतु महानिदेशक भारतीय मानक ब्यूरो को भेज दिया गया है। उम्मीद की जा सकती है कि महानिदेशक भारतीय मानक ब्यूरो इस पर जल्दी फैसला कर आपको सूचित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने श्री सिंहल की याचिका को पीएमओ पाॅर्टल पर भी अपलोड करने के आदेश दिये हैं।  अनिल सिंहल द्वारा भेजी गई याचिका पर पीएमओ द्वारा संज्ञान लिए जाने से जिले के समस्त सर्राफा कारोबारियों में खुशी लहर दौड़ गई। उन्हें विश्वास है कि भारतीय मानक ब्यूरो जायज इस याचिका पर उचित फैसला लेकर 20 कैरट के स्वर्ण आभूषणों को हाॅलमार्किंग में शामिल कर लेगा।