बाहियात हरकत - 1 अप्रैल से घरों में डालेंगे ताले , शासन ने किया खंडन


सुनहरा संसार


आज  देश ही नहीं समूचा विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण से भयाक्रांत है , शासन - प्रशासन ,मीडिया और स्वास्थ विभाग की टीमें अपनी जान जोखिम में डालकर हम सब के जीवन को सुरक्षित करने में प्राण प्रण से जुटी हैं | तो वहीं कुछ  असंवेदनशील तत्व इस महामारी की गंभीरता पर गंभीर होने के बजाय सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैला कर माहौल को और खराब करना चाहते हैं | ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश से प्रकाश में आया है |


यहां 28 मार्च से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम से (हू व हू शासन के पत्र की नकल) प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए अपील वायरल किया गया गया है, कि जनता द्वारा लॉकडाउन का ठीक से पालन न करने से दुखी होकर 1 अप्रैल से लोगों  के घरो में ताले डाले जाएंगे | 

हालांकि जैसे ही इसकी जानकारी शासन को लगी तो तुरंत खंडन भी कर दिया गया |

परंतु यहां सवाल इस बात का है कि जालीकरण करने वाले ने अपने बाहियाद मजाक मे न तो लोगों को पहुंचने वाली पीडा़ को समझा और न ही मुख्यमंत्री जैसे गरिमामयी महत्वपूर्ण पद की चिंता करते हुए खिलवाड़ करने में संकोच किया | 

लोगों से व्यक्तिगत अपील है कि इस संकट की घड़ी में हमे यथासंभव शासन प्रशासन के साथ कांधे से कांधा मिलाकर सच्चे भारतीय होने का परिचय देना चाहिए न कि सोशल मीडिया पर इस तरह की जालसाजी और भ्रम का वातावरण बनाकर उनकी मुश्किलें बढा़ना चाहिए , क्योंकि वह भी हमारी तरह इनसान है |