अटकलें तेज - ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेशाध्यक्ष या राज्यसभा सदस्य


सुनहरा संसार 


अप्रैल में मध्यप्रदेश के खाते से राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा का कार्यकालपूरा हो रहा है। इसको लेकर अभी से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि सिंधिया को राज्यसभा भेजा जाएगा और उन्हें सदन में बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।           


लगातार इस तरह की अटकलें लगाई जाती रही हैं कि कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं। हालांकि पिछले दिनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री और सिंधिया का एक साथ कार्यक्रमों सिरकत करना ये दर्शाता है कि मुख्यमंत्री और सिंधिया के बीच दूरियों के बजाय बैहतर तालमेल ज्यादा है । वहीं दूसरी तरफ राज्य सभा सदस्यता की बात करें तो प्रदेश में बदले सत्ता समीकरणों और कांग्रेस और उसका समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या को देखते हुए दो सीटे कांग्रेस के खाते में जाएंगी वहीं भाजपा को एक सीट पर ही संतुुष्ट होना पड़ेेगा । ऐसे में कहा जा रहा है कि एक सीट पर कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया और दूसरे रिक्त होने वाले स्थान पर दिग्विजय सिंह को रिपीट किया जा सकता है। 
वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि दिग्विजय सिंह को राज्य सभा भेजा जाएगा तथा सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाकर प्रदेश सत्ता और संगठन के बैहतर तालमेल से जमीन स्तर पर पार्टी को और मजबूत बनाया जाएगा ताकि निकाय चुनाव में कांग्रेस अपना परचम लहरा सके।