मन माफिक कवरेज के लिए कलेक्टर ने दी 50-50 हजार की रिश्वत, चेक लौटाने पर खुली पोल

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सुनहरा संसार 


राजकोट। गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को राजकोट कलेक्टर कार्यालय से ही पलीता लगाने का मामला सामने आया है । जिसमें मन माफिक कवरेज और समाचार के लिए 8 चुनिंदा पत्रकारों को कलेक्टर के हस्ताक्षर से 50 - 50 हजार के चेक बांटे गए। वहीं जब एक प्रतिष्ठित अखबार ने बिना विज्ञापन के दिए गए चेक को  लौटाया तब जाकर पोल खुली।  

 दरअसल, राजकोट कलेक्टर कार्यालय में पत्रकारों को 50-50 हजार रुपए के चेक कलेक्टर  की ओर से दिए गए। 8 अखबारों के पत्रकारों को दिए गए इन चेक पर कलेक्टर और रेसिडेंट एडिशनल कलेक्टर के हस्ताक्षर हैं। गणतंत्र दिवस समारोह-2020 के राज्य स्तरीय समारोह की मेजबानी के बाद कलेक्टर कार्यालय की ओर से ये चेक बांटे गए। 

वहीं गणतंत्र दिवस के राज्य स्तरीय समारोह की कवरेज के लिए राजकोट कलेक्टर कार्यालय द्वारा पत्रकारों को चेक से 50-50 हजार की रिश्वत देने के मामले में मुख्य सचिव अनिल मुकिम ने रविवार को जांच के आदेश दे दिए।

उधर कलेक्टर रेम्या मोहन ने सफाई देने के लिए अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। कलेक्टर ने कहा कि हमने कुछ गलत नहीं किया। लेकिन नियमानुसार क्या-क्या किया, इसका कोई जवाब वे नहीं दे पाईं। वे पत्रकारों के सवालों पर सिर्फ गोलमोल बातें ही करती रहीं। कलेक्टर रेम्या मोहन ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह के लिए शहर के कुछ लोगों ने फंड दान किया था जबकि जिन लोगों द्वारा दान दिए जाने की बात कलेक्टर कह रही है उन्होंने इस तरह की किसी भी बात से इंकार कर दिया है । वहीं जब अखबार के प्रतिनिधि ये कह कर चेक लोटाने गए कि हमने विज्ञापन नहीं छापा तो चेक किस बात का, इस पर एडिशनल कलेक्टर बोले विज्ञापन नहीं तो हमारा लगाव समझकर चेक स्वीकार लो। का यह जबाव फिलहाल किसी के गले नहीं उतर रहा है। इसके बाद भी कलेक्टर कह रही हैं कि हमने पेड न्यूज के लिए कोई रिस्वत नहीं दी।