रोजगार सहायक पर खुद सरपंच ने लगाए फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप, अधिकारियों ने साधी चुप्पी !


सुनहरा संसार 


श्योपुर जिले की ग्राम पंचायत कदबई में रोजगार सहायक द्वारा रोजगार गारंटी एवं पंच परमेश्वर योजना के अंतर्गत कराए गए कार्यों में कूट रचित तरीके से फर्जीवाड़ा कर गरीबों के हक पर डांका डाला गया, यह आरोप किसी और नहीं बल्कि पंचायत की सरपंच श्रीमती बिंदा आदिवासी ने स्वयं की पंचायत के रोजगार सहायक पर लगाकर जांच की मांग की है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार श्योपुर जिले की जनपद पंचायत विजयपुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कदबई के रोजगार सहायक राम भरत धाकड़ ने मनरेगा तथा पंच परमेश्वर योजना के अंतर्गत जो कार्य कराए हैं उनमें भारी संख्या घालमेल करके लाखों रुपये की शासकीय राशि हजम कर गए। यही नहीं क्योस्क सेंटर से सांठगांठ कर बैंक में मजदूरों के नाम से खाते खोल कर राशि का बंदर बांट किया गया। आरोप यह भी है कि बैंक प्रबंधक सजातीयता निभाते हुए गरीबों हक छीनने में शामिल है। 

कितनी हैरानी वाली बात है कि जरूरतमंदों को सरकार की ओर से रोजगार मुहैया कराने वाला रोजगार सहायक ही  इस तरह के काम करेगा तो आम लोगों को लाभ कैसे मिलेगा। 

सबसे बड़ी बात यह है कि रोजगार सहायक धाकड़ पर इतने गंभीर आरोप किसी और ने नहीं उनकी पंचायत की निर्वाचित सरपंच द्वारा लगाए गए हैं। इस संबंध में श्रीमती बिंदा आदिवासी न सिर्फ बरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत कर चुकीं है बल्कि  समाचार पत्रों में रोजगार सहायक के घोटाले पर जांच और कार्रवाई को लेकर समाचार तक प्रकाशित हो चुके हैं । अब देखना यह है कि गरीबों के रोजगार पर डांका डालने वाले रोजगार सहायक पर शासन क्या ऐक्शन लेता है?