भूख- प्यास से हजारों मजदूरों का पलायन, इस स्थिति में लॉकडाउन कितना कारगर !


 


सुनहरा संसार 


शनिवार को दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे पर करीब 10 हजार से ज्यादा संख्या में मजदूर अपने गांव जाने के लिए उमड़ पड़े। धौलाकुआं की भी स्थिति ज्यादा अलग नहीं थी, यहां भी हजारों की संख्या में मजदूर सड़क पर हैं। क्या ऐसे कोरोना के विरुद्ध युद्ध में सफलता संभव है |


लॉकडाउन के तमाम प्रयासों के बाद भी दिल्ली से मजदूरों का पलायन , सड़कों पर हुजूम  , क्या इस तरह कोरोना के विरुद्ध युद्ध में लॉकडाउन वाकई कारगर होगा | बेरोजगारी और भूख से मजबूर मजदूर हजारों की संख्या मे अपने घरों के लिए निकल पड़े और चौकस निगाहों को तब पता चला जब सड़कों पर इंसानी सैलाव आ गया | हालांकि लोगों को रोकने के लिए पुलिस भी मैदान में थी । वहीं दिल्ली में बीते 24 घंटे के भीतर एक और कोरोना संक्रमित मरीज मिला है, जो हाल ही में फिलीपींस से लौटा है। दिल्ली एयरपोर्ट से युवक को झज्जर स्थित एम्स के कैंसर संस्थान स्थित क्वारंटीन वार्ड में रखा गया था। जहां सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद मरीज का उपचार शुरू कर दिया है। इधर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दोनों जगह पर मौजूद है और मजदूरों को वापस जाने के लिए समझाने में जुटे है।