साभार गूगल
सुनहरा संसार
प्रदेश कांग्रेस में मुख्यमंत्री दिग्विजय से बड़ा नेता फिलहाल कोई नही है ,जिसके भरोसे कांग्रेस उप-चुनाव में भाजपा से मुकाबला कर सके | लेेकिन 15 साल पहले उनके सिर पर मिस्टर बंटाढा़र का ताज ऐसा बंधा कि नर्मदा परिक्रमा और स्नान के बाद भी पीछा नहीं छोड़ रहा , यहि वजह थी कि विधानसभा चुनाव से उन्हें दूर रखा गया | वहीं कांग्रेस के सत्ता पर काबिज होते ही वह पूूूूरी तरह सक्रिय होकर स्वयं पॉवर पॉइंट की भूमिका में आ गए तथा सिंधिया एवं उनके खेेेेमे के मंत्रियों की जड़े खोदने में जुट गए ऐसे आरोप लगते रहे हैं , लेकिन उनका इस बार का दाव उल्टा पड़ गया और अब सोशल मीडिया आदि में उनका विरोधी खेमा कांग्रेस के लिए अमर बेल साबित हो गए , भस्मा... जैसे आरोप लगा रहे हैं| यही वजह है कि संगठन पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ताओं तक का मानना है कि प्रदेश की सत्ता से बाहर होने की बड़ी वजह दिग्विजय सिंह ही हैं।