नोटप्रकाश को बसूली से बचाने के लिए सूची जारी करने की तैयारी !


सुनहरा संसार 


 


  दो दिन पहले ग्वालियर में अतिरिक्त परिवहन आयुक्त कर चुके थे इनकार


 


मध्यप्रदेश के परिवहन विभाग में स्थानांन्तरण और मनचाही पोस्टिंग के नाम पर पिछले कुछ दिनों से तैनाती को लेकर मचे बवाल का संभवतः शुक्रवार को अंत हो जायेगा। खबर है कि न नुकुर और पूर्व परिवहन आयुक्त के हस्तक्षेप के बाद लिस्ट जारी हो रही है, मगर सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विभाग वितरण तक सूची को अनुमोदन के लिए टाला नहीं जा सकता है। 


 


प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से मनचाही पोस्टिंग के नाम पर नोटप्रकाश ने कर्मचारियों और अधिकारियों से नोट बटोरने के बाद उनकी पदस्थापना नहीं कराई इसको लेकर ठगे गए लोगों ने बसूली के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे यह मामला मीडिया तक पहुंच गया और नोटप्रकाश द्वारा बसूली की खबरें सुर्खियां बनीं। उन्होंने स्वयं को फंसता देखकर मंगलवार को ग्वालियर आकर असंतुष्टों को सूचना दी कि वे कार्यालय आकर टीसी साहब से मिल लें , जबकि टीसी साहब ग्वालियर आये ही नहीं थे। तब सवाल खड़ा होता है कि परिवहन आयुक्त के ग्वालियर होने की अफवाह क्यों और किसके द्वारा फैलाई गई ? 


बहरहाल बताया जाता है कि नोटप्रकाश द्वारा लोगों को बोला गया झूठ ज्यादा देर नहीं टिक सका और हकीकत सामने आ गई। इसके बाद उन्होंने नया पैंतरा चलते हुए लिस्ट तैयार की और अतिरिक्त परिवहन आयुक्त के सामने जारी कराने के लिए जा पहुंचे, लेकिन वहां दाल नहीं गली और बेरंग वापस लौटना पड़ा। 


इधर लोगों का दबाव झेल रहे तिकड़म में माहिर बाबूजी कहां हार मानने वाले थे, सो उन्होंने पुराने साहब से गुहार लगाई। अब खबर आ रही है कि बाबूजी की लिस्ट के बजन को देखते हुए सहमति बन गई है। वहीं तीन दिन तक ग्वालियर में ठहरने के बाद गुरुवार को नोटप्रकाश भी भोपाल पहुंच चुके हैं । ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि यदि कोई पैंच नहीं फंसा तो परिवहन विभाग द्वारा आज रात या कल तक नवीन पदस्थापना को लेकर लगभग 6 दर्जन लोगों की लिस्ट जारी कर दी जाएगी। 


                       अहम सवाल 


* सरकार द्वारा विभागों का वितरण अभी तक नहीं किया गया तो फिर सूची जारी करने में विभागीय मंत्री का इंतजार न करने के पीछे क्या कारण है, क्या स्वयं मुख्यमंत्री से अनुमोदन कराया जाएगा ? 


* जिन चेकपोस्टों पर तैनाती की जा रही है क्या वहां आवश्यक संख्याबल के आधार पर पदस्थापना की जाएगी या फिर पदस्थापना की जल्दबाजी के पीछे का खेल कुछ और ही है ? 


 


 इनका कहना



पदस्थापना को लेकर मामाला प्रक्रिया में है, अनुमोदन होने के बाद ही लिस्ट जारी होगी। 


  अरविंद सक्सेना 


अतिरिक्त परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) 


_____________



 


कोई भी निर्णय होगा वह नियमानुसार होगा, नियमों के पालन की हमारी जिम्मेदारी है, जब विभागीय मंत्री नहीं थे तब भी ट्रांसफर हुए हैं, इसके लिए ट्रांसफर बोर्ड है। 


         व्ही मधु कुमार 


   ट्रांसपोर्ट कमिश्नर मप्र