सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष या राज्यसभा सदस्य अटकलें तेज
सुनहरा संसार -
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात और गुरुवार को भोपाल दौरे ने प्रदेश की सियासत को फिर से गरमा दिया है । लंबे अर्से बाद ऐसा होगा कि सिंधिया न सिर्फ दो दिन भोपाल में रहेंगे बल्कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बाकायदा मीटिंग भी लेंगे।
गौरतलब है कि कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है, लेकिन हर बार फैसला टलता जा रहा है। इस बीच सिंधिया गुरुवार को जहां परिवहन मंत्री गोविंद सिंह के यहां भोजन पर मुख्यमंत्री के अलावा मंत्रियों एवं विधायकों के साथ शामिल होंगे, वहीं शुक्रवार को सात महीने बाद पीसीसी पहुंच रहे हैं, जहां वे कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। सिंधिया की एक दिन पहले दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात और तुरंत पूरी सक्रियता से दो दिवसीय भोपाल दौरे को लेकर अनेक राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं, मसलन सिंधिया को या तो प्रदेश अध्यक्ष अथवा राज्यसभा में भेजा जा सकता है।
ज्ञात हो कि अप्रैल महीने में मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं, मौजूदा विधानसभा में दलीय स्थिति को देखते हुए कांग्रेस के खाते में दो और भाजपा के पास एक सीट जाने की संभावना है। हालांकि अभी कुछ दिन पहले ही सिंधिया ने कहा था कि मैं किसी पद के लिए नहीं समाज सेवा के लिए राजनीति करता हूं, मैंने 18 साल तक कोई पद नहीं मांगा अब क्या मांगूगा। इसके बाद भी ये माना जाता है कि सिंधिया द्वारा विधानसभा चुनाव में की गई मेहनत को नेत्रत्व कमतर आंकता रहा है, इसके अलावा प्रदेश में निकाय चुनाव भी नजदीक हैं और कांग्रेस किसी भी हाल में उन्हे जीतना चाहेगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इन्हीं सब बिंदुओं पर चर्चा के उपरांत कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें भोपाल भेजा है। अब देखना है कि अटकलबाजी के बीच नया क्या देखने को मिलता है।