मां की भावनाओं के आदर की बेमिसाल कहानी, बच्चों ने पधरवा दी माँ कैला रानी


सुनहरा संसार 


ग्वालियर। आज से  28 वर्ष पूर्व हनुमान नगर फालका बाजार की एक वृद्ध महिला सरजू बाई, जिन्हें लोग दाई के नाम से पुकारते थे। वह अपने बचपन से हर वर्ष कैला देवी के दर्शन करने करौली जाया करती थी। लेकिन कुछ समय पश्चात वृद्धावस्था और कमजोरी के कारण  बच्चों ने उन्हें करौली जाने से रोकना शुरू कर दिया। मां के जिद करने पर बच्चों ने सामने पीपल के पेड़ पर कैला देवी का कलेंडर टांग कर समझाया कि मां यही मां करौली समझ ले, मां ने भी वृद्धा ने भी मन समझा कर वहां पूजा शुरू कर दी।


मीडिया प्रभारी राजू पंडित ने बताया कुछ समय तक उसकी पूजा होती रही तथा नव दुर्गे आने पर उनके  पुत्र वृंदावन और रामू ने उस जगह पर मां केला देवी की मूर्ति स्थापित  कर छोटा सा मंदिर बनवाया दिया, और सरजू बाई नियमित पूजा करने लगी उनकी मृत्यु के पश्चात अब उनके बेटे रामू और वृंदावन ने लोगों के सहयोग से  मंदिर का सुंदर निर्माण कर विधि विधान से हवन  कर पूजा अर्चना के बाद मां केला देवी  की प्रतिमा को स्थापित किया। इस उपलक्ष्य में माता की चौकी  का आयोजन भी हुआ जिसमें सर्वप्रथम माता की ज्योति को प्रज्वलित कर शक्ति भजन मंडल के उमेश बत्रा, घनश्याम  टुटेजा ,जगदीश गुगनानी ,श्याम जुनेजा ,सोनी जी, और सिरके ,जी द्वारा गणेश वंदना  कर मां कि भेटो का गुणगान हुआ जिसमें  हनुमान नगर एवं फाल्के बाजार के  भक्त परिवार सहित  पहुंचे  जिसमें  क्षेत्रीय विधायक प्रवीण पाठक ने माता के भजनों का आनंद लिया तत्पश्चात  4 फरवरी मंगलवार को विशाल  भंडारे का आयोजन हुआ सैकड़ों भक्तों ने   प्रसादी ग्रहण की   सेवा धारियों में रामू  भक्त ,वृंदावन  ,तरुण बग्गा, विजय च चढ़ा ,   सुरेश तलरेजा  , कमलेश मैदान, दर्शना तनेजा, पूनम अरोरा ,नीरज बग्गा ,निशा मदान, सीतू अरोरा ,राघव तनेजा , अनीश भटीजा  , आयु मदान आदि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।