सियासत में शह-मात का खेल, विधायक गोयल को लेकर न्यायालय में याचिका दायर, परिजन याचिका के विरुद्ध जाएंगे न्यायालय की शरण में


सुनहरा संसार 


विधायक मुन्ना लाल गोयल को लेकर उच्च न्यायालय में विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर के एक बकील ने याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने श्री गोयल को  भाजपा द्वारा बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पार्टी बनाया है। वहीं मुन्नालाल गोयल ने और उनके बेटे ने वीडियो जारी कर इसका खंडन किया है।


दरअसल 9 मार्च से विधायक मुन्नालाल गोयल घर से निकले उसके बाद वापस ग्वालियर नहीं पहुंचे तथा राजनीतिक स्थितियों के चलते परिजनों से बात नहीं की। इसी को आधार बनाकर वरिष्ठ वकील  उमेश कुमार बोहरे ने न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है जिसकी सुनवाई 18 या 19 तारीख को होगी।
वहीं मुन्नालाल के बेटे ने इसको लेकर वीडियो जारी करते हुए कहा कि विरोधी तत्वों द्वारा मेरे एवं मेरे भाई मयंक गोयल द्वारा हाई कोर्ट में याचिका लगाने की झूठी खबर फैलाई जा रही है।  जो कि पूर्णतः मिथ्या है। हमारे पिता  मुन्नालाल गोयल पूर्ण रूप से सकुशल है । उन्होंने कहा कि श्रीमंत महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के सम्मान में हम सब साथ है। उनका कहना है कि किसी व्यक्ति ने माननीय न्यायालय में याचिका दायर की है कि विधायक मुन्नालाल गोयल लापता है, जबकि वह बेंगलुरु में अपने इष्ट मित्रों के साथ सुरक्षित हैं और जल्द ही ग्वालियर लौट आएंगे, इसका जवाब कल कोर्ट में हमारे द्वारा दिया जाएगा।

 


मैं मित्रों के साथ हूँ, चिंता के लिए धन्यवाद- गोयल 

 

उधर याचिका दायर होने की सूचना मिलते ही ग्वालियर पूर्व से विधायक मुन्नालाल गोयल ने वीडियो जारी कर कहा कि वह अपने मित्रों के साथ अपनी इच्छा से बेंगलुरु में हैं और शीघ्र ग्वालियर लोटेंगे । इसके बाद एक वीडियो और आया जिसमें वह गाना " जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाना कहां" गा कर मानो सिंधिया के प्रति आस्था दिखा रहे हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो फिलहाल मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच शह मात का खेल जारी है जो अभी थमता नजर नहीं आ रहा है।