महिला ने दिया विचित्र बालक को जन्म, दैवीय प्रकोप मानकर ग्रामीणों में दहशत


सुनहरा संसार 


 


राकेश यादव


  बेगूसराय 


 


बिहार जिले के भगवानपुर प्रखंड मुख्यालय के निजी अस्पताल में एक महिला नें एक ऐसे बालक को जन्म दिया जिसका धड़ तो एक था मगर जुड़े हुए दो सिर थे यही नहीं उसकी दो आंखें सही स्थान पर थी तो दो अलग-अलग माथे पर जो कुछ समय जीवित रहा और उसकी मृत्यु हो गई । ऐसे विचित्र बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई । 


प्राप्त जानकारी के अनुसार भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र के सतराजेपुर गांव निवासी अमरजीत सहनी की पत्नी रविवार को सुर्य ग्रहण के उपरांत से हीं अत्यंत प्रसव पीड़ा से पीड़ित थी। इसे देखते हुए परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे उस बच्चे का जन्म हुआ। बच्चा स्वस्थ पैदा हुआ मगर दो सिर वाले बच्चे को देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। दो सिर वाले इस बच्चे के सामान्य मनुष्यों से अलग दो की जगह चार आंखें है, और दो नाक भी थीं । बताते चलें कि परिजन पहले पीड़ित महिला को पीएचसी भगवानपुर ले गए, जहाँ चिकित्सकों नें जच्चा की स्थिति का जायजा लेकर तत्काल उपचार के बाद बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय लिए रेफर कर दिया, लेकिन परिजनों नें पीड़ित महिला की परेशानी को देखते हुए पास ही स्थित निजी अस्पताल मे भर्ती कराया। जहां देर रात प्रसव पीड़ा के दौरान उक्त महिला ने एक विचित्र बच्चे को जन्म दिया। जिसे देखते ही उपस्थित लोग घबरा गए । विचित्र बच्चे के जन्म की खबर इलाके में जंगल में आग की तरह फ़ैल गयी। खबर लगते ही बच्चे को देखने के लिए आम लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आसपास के गांवों से जुटे देहाती महिला-पुरुषों द्वारा उक्त बच्चे को दैवीय प्रकोप के नजरिए से देखा जाने लगा और तरह-तरह की बातें चल उठीं, जैसे कोरोना महामारी और टिड्डियों का प्रकोप । वहीं अस्पताल प्रबंधन ने जन्म के बाद जच्चा व बच्चा दोनों को खतरे से बाहर बताया था। मगर जन्म के कुछ समय बाद विचित्र बच्चे की मौत हो चुकी जबकि जच्चा सुरक्षित है।