मेला रंगमंच पर 'अकेले नहीं हैं आप' का मंचन


सुनहरा संसार -


विधिक सेवा प्राधिकरण करता है दोनों पक्षों को मदद

 

ग्वालियर। चाहे फरियादी हो अथवा आरोपी, आवश्यकता पड़ने पर विधिक सेवा प्राधिकरण सहायता उपलब्ध कराता है। साथ ही वकील भी बिना फीस के उपलब्ध कराता है। इसकी जानकारी आमजन तक पहुंचाने और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ग्वालियर ने मेला रंगमंच पर 'अकेले नहीं हैं आप' नाटक का मंचन किया।.

  आरंभ में मप्र उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर के न्यायमूर्ति शील नागू, न्यायमूर्ति अरविंद धर्माधिकारी, न्यायमूर्ति आनंद पाठक, न्यायमूर्ति जीएस अहलूवालिया, न्यायमूर्ति राजीव श्रीवास्तव व न्यायमूर्ति विशाल मिश्रा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक कुमार अग्रवाल, प्रिंसिपल रजिस्ट्रार एनके सक्सेना, ओएसडी उच्च न्यायालय शिवकांत गोयल, सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण ऋतुराज सिंह चौहान, मेला अध्यक्ष प्रशांत गंगवाल, उपाध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल, मेला संचालक व सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक नवीन परांडे, संचालक मेहबूब भी चेनवाले व सुधीर मंडेलिया ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। इस अवसर पर जिला न्यायालय के न्यायाधीशगण आदि बड़ी संख्या में मौजूद थे। मेला संचालक मंडल ने सभी न्यायमूर्ति व न्यायाधीशगणों का स्वागत किया।

   छाया मंदिर नाट्यदल के निर्देशक अनिरुद्ध तिवारी विराट के निर्देशन में मंचित इस नाटक में बताया गया है कि रामू का परिवार खुशीपूर्वक रहते हुए अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के सपने देखता है। रामू की बेटी पूनम भी अपने परिवार के खुशहाल रहने के सपने संजोती रहती है। इस कलुआ नामक युवक पूनम पर प्यार करने का दबाव बनाता है। जब पूनम उसका विरोध करती है तो कलुआ उसके चेहरे पर तेजाब फैंक देता है। 

     विधिक सेवा प्राधिकरण ने की मदद

  इस हादसे के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की मदद से पूनम का इलाज निःशुल्क कराया जाता है और उसके परिवार को आर्थिक सहायता भी दी जाती है। उधर जब ये मामला न्यायालय पहुंचता है तो कलुआ के पास वकील की फीस देने को पैसे नहीं होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उसे फ्री वकील उपलब्ध कराता है। 

          हुआ कलुआ का हृदय परिवर्तन

   प्रकरण में सुनवाई के दौरान जब कलुआ को जमानत देने की बात आई तो न्यायालय ने शर्त रखी कि उसे 25 पेड़ लगाकर उनकी परवरिश करना होगी और सरकारी अस्पताल में मरीजों की सेवा करना होगी। इससे कलुआ का हृदय परिवर्तन हो जाता है और वह बंजर जमीन को हरा-भरा बना देता है। 

            सबके साथ है प्राधिकरण

  इस नाटक के माध्यम से जनमानस को यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि आप किसी भी परिस्थिति में अकेले नहीं हैं, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जरूरत पड़ने पर फरियादी और आरोपी दोनों को मदद उपलब्ध कराता है।

                इन्होंने किया अभिनय

   अकेले नहीं हैं आप नाटक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री ऋतुराज सिंह चौहान, जिला न्यायालय के जज श्री संजय जैन, मंगलसिंह आकाश, नेमीचन्द्र झा, अनिरुद्ध तिवारी विराट, हरप्रीत कौर, इशिका, सृष्टि, शिखा आदि ने शानदार अभिनय किया।