कर्ज से परेशान परिवार ने मौत को लगाया गले, बच्चों ने कहा पहले नींद की गोली खिलाना फिर दबा देना गला


सुनहरा संसार 


उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिला अंतर्गत मुकीमगंज क्षेत्र में आर्थिक तंगी और कर्ज से जूझ रहे परिवार द्वारा सामूहिक सुसाइड की गई । लोगों का कलेजा तब बाहर आ गया जब सुसाइड नोट में बच्चों ने लिखा पापा पहले हमें नींद की गोली खिला देना फिर गला दबा देना। 



मुकीमगंज निवासी चेतन तुलस्यान पंखों का कारोबार करते थे। लेकिन लंबे समय से घाटे और कर्ज से वह बुरी तरह परेशान होने के कारण दो दिन पहले बच्चों को नींद की गोली खिलाकर सुला दिया और फिर गला दबाकर हत्या कर दी उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, इस तरह एक भरा-पूरा परिवार कर्ज और तंगहाली की बलि चढ़ गया । पुलिस द्वारा घटना स्थल निरीक्षण के दौरान ऐसी जानकारियां आईं कि पत्थर दिल भी रो पड़े। उनकी स्थिति क्या रही होगी इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चेतन तुलस्यान, उनकी पत्नी और दोनों बच्चे तकरीबन 23 दिन से अपनी मौत की तैयारी कर रहे थे। सुसाइड प्वाइंट पर मिले पेन और स्केच से लिखे तकरीबन 11 पन्ने के सुसाइड नोट से यह बात सामने आई । जिसे चेतन की पत्नी ने लिखा है क्योंकि चेतन को आंख की रोशनी कम होने की बीमारी थी । पुलिस को घटनास्थल पर चेतन द्वारा बनवाया गया एक एफिडेविट भी मिला है जिसे 22 जनवरी 2020 को तैयार कराया था। उसमें लिखा है कि मेरी प्रॉपर्टी गोरखपुर निवासी साले को दे दी जाए। उन्होंने कई बार हमारी आर्थिक मदद की है, वह भले आदमी हैं।
वहीं उनकी पत्नी ऋतु ने अपने दिल का दर्द बयां करते हुए लिखा कि 20 साल पहले ब्याह कर ससुराल आई, लेकिन सास-ससुर का कभी भावनात्मक लगाव या प्यार नहीं मिला। ससुराल आने पर पता लगा कि पति को आंख की रोशनी कम होने की लाइलाज बीमारी है।  परिवार में दिखावटी खुशहाली थी , लेकिन वास्तव में आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। वहीं अपने मां-बाप की पीड़ा से आहत और मौत के भय से भयभीत बेटे-बेटी के हवाले से लिखा है कि हमें नींद की दवा खिलाकर सुला देना पापा, इसके बाद हमारा गला दबा देना…। बरामद सुसाइड नोट और एफिडेविट की जांच के लिए उसे फोरेंसिक टीम ने अपने कब्जे में लिया है।