रोड़ एक्सीडेंट पर कमलनाथ सरकार का बड़ा फैसला, घायलों को महंगे इलाज के लिए नहीं फैलाने पड़ेंगे हाथ


सुनहरा संसार 


मध्यप्रदेश सरकार, दिल्ली सरकार की तर्ज पर 'रोड़ एक्सिडेंट ' स्कीम के मॉडल को प्रदेश में अपनाने जा रही है। इस योजना के लागू हो जाने के बाद अगर किसी का रोड़ एक्सिडेंट होता है तथा घायल नागरिक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए जाता है तो वहां के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठायेगी। 
प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा द्वारा बताया गया कि किसी भी नागरिक का अगर रोड एक्सिडेंट होता है और घायल व्यक्ति प्राईवेट हास्पिटल में इलाज के लिए जाता है तो वहां निशुल्क इलाज करा सकेगा। इसके लिए  प्रदेश की कमलनाथ सरकार रोड एक्सिडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी शुरू करने जा रही है । इस योजना को फिलहाल मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, रीवा और छिंदवाड़ा जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जा रहा है इसके बाद अन्य जिलों में भी इसका विस्तार किया जाएगा । 
ज्ञात हो कि  दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सबसे पहले दिल्ली में 'फरिश्ते दिल्ली के' स्कीम चलाई थी। इसके तहत दिल्ली में दुर्घटना, आग लगने या एसिड विक्टिम है तो नजदीकी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में जाता है, जिसके इलाज का सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाती है। जिसे अब कमलनाथ सरकार प्रदेश में शुरू करने जा रही है इससे घायलों को पैसों के अभाव में महंगे इलाज के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाने पड़ेंगे।